उड़ते गुब्बारे

लाल, नीले, हरे गुब्बारे,

ऊपर उड़ते प्यारे-प्यारे।

खुशी से नाचूँ, हाथ में डोर,

फूटा गुब्बारा मचाया शोर।

 

ऊंचा-ऊंचा खूब उड़ाया

थोड़ा हँसाया फिर रुलाया।

मम्मी ने फिर दूसरा थमाया,

फिर उड़ने को मन ललचाया।

बारिश की बूंदें

टिप-टप, टिप-टप, बारिश आई

छत पर बूंदों ने ताली बजाई।

छाता लेकर निकले बाहर,

भीगने का मौका नहीं है यार!

 

पानी में छप-छप, पैर पड़े,

कीचड़-कीचड़, पैर लड़े।

मस्ती की ये घड़ी है प्यारी,

बारिश भली, हम सबसे न्यारी।

चिड़िया का बच्चा

छोटी सी चिड़िया, पेड़ पर बैठी,

चोंच में दाना, मम्मी ने लाई।

चूँ-चूँ करके गाना गाती,

पंख फड़फड़ा कर उड़ना सीखती।

 

देखो देखो, अब उड़ गई,

आसमान में जैसे तैर गई।

सीखा किसने, पूछो जरा?

मम्मी-पापा से प्यार बस इतना।

मेरी गुड़िया

मेरी प्यारी सी गुड़िया,

आँखें हैं उसकी काली-काली।

मैं उसे सजाती हूँ,

लड़ी-मोती पहनाती हूँ।

 

सुलाती हूँ झूले में,

गाती हूँ लोरी प्यारी।

मेरी गुड़िया सो जाती है,

पलकों पे सपने सजाती है।

रंगों का खेल

लाल रंग से बना लाल गुलाब,

पीले रंग से सूरज बड़ा सुन्दर।

हरे रंग से पत्ते हरे-भरे,

नीले रंग से समुद्र गहरा।

 

रंगों से भरा है संसार सारा,

हर रंग है इतना प्यारा-प्यारा।

बनाता हूँ मैं रंग-बिरंगी कारा,

दुनिया मेरी हो गई सवारा।

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